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Unit 1 गतिविधियां

1. पर्यावरण दिवस संबंधी  एक पोस्टर 

जून 5

 विश्व पर्यावरण दिवस 

पर्यावरण हमारा रक्षा कवच 

पर्यावरण की सुरक्षा मानव की रक्षा 

पेड़ लगाओ जीवन बचाओ 

पेड़ मत काटो 

2. वाचन दिवस का पोस्टर 

जून 19

वाचन दिवस

बिना पुस्तकों का घर

बिना आत्मा के शरीर जैसा है।

वाचन मनका व्यायाम है। 

3. गुलमोहर के जन्मदिन समारोह का पोस्टर तैयार करें।

गुलमोहर का जन्मदिन 

समारोह 

 

 

कश्यप निवास ,जुहू 
6.5.2014 पाँचवीं वर्षगाँठ 
शामको साढे चार बजे 


सबका हार्दिक स्वागत 

4. पत्र लिखें 

गुलमोहर का जन्मदिन मनाने केलिए मीना के घर मैं मीना की सारे सहेलियां आयी थी। लेकिन अपर्णा नहीं आ सकी। उस दिन शाम को निर्मल ने अपर्णा को एक पत्र भेजा। वो पत्र कल्पना करके लिखें। 

उत्तर : 

निर्मल निवास 

जुहू, मुंबई 

6 मई 2014 

प्रिय अपर्णा, 

                   नमस्ते। 

             तुम कैसी हो? मैं यहां ठीक हूं। आज मीना के घर में क्यों नहीं आई? हम सब चार बजे वहां पहुंची थी। गुलमोहर का जन्मदिन मनाने की पीछे एक कहानी थी। मीना ने वह कहानी हम को सुना दिया। बड़ी मज़ा थी। बढ़िया खाना भी था। हमने उपहार भी दिया। 

तुम्हारी अपनी 

निर्मल 

5. बिंदुओं की सहायता से लघु लेख लिखें। 

  • पेड़ों से लाभ 

  • पेड़ों की कटाई क्यों? 

  • पेड़ों के संरक्षण की आवश्यकता 

पेड़ का महत्व

पेड़ प्रकृति का अनमोल उपहार हैं।ये हमें जीववायु देते हैं। इसके अलावा फल,फूल, लकड़ी और ईंधन भी देते हैं।पेड़ ही वर्षा का कारण भी है। पशु-पक्षियों का जीवन भी पेड़-पौधों पर निर्भर है।इन पेड़-पौधों से बीमारियों केलिए दवाएँ भी बनाते हैं। । आज मानव अपने स्वार्थ केलिए पेड़ों की कटाई करते हैं।इससे प्रकृति का नाश हो रहा है।प्रकृति का नाश हमारा ही नाश है। इसलिए हमें पेड़ों का महत्व समझना चाहिए।

6. ‘हम सब सुमन एक उपवन के’ कविता का आशय लिखें। 

 

श्री द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी की एक भावना प्रधान कविता है, ‘हम सब सुमन एक उपवन के’। इस कविता में एकता और भाईचारे की भावना पर बल दिया गया है। 

      कवि कहते हैं कि भारत में अनेक धर्म, जाति, रूप-रंग, रीति-रिवाज़, खान-पान आदि के लोग निवास करते हैं। फिर भी वे एक ही देश के निवासी हैं। वे एक-दूसरे पर निर्भर हैं। उन सभी के सामूहिक रूप से ही देश का निर्माण हुआ है। इस कविता में कवि ने भारत को उपवन और यहाँ के निवासियों को उस उपवन के फूल के रूप में वर्णन किया है।

यह कविता हमें याद दिलाती है कि मिल-जुलकर रहने से ही समाज की भलाई होती है। वर्तमान समाज में यह कविता बहुत प्रासंगिक है। 

7.  सही मिलान करें 

फूलों के रूप            –          अलग-अलग हैं।

हम सब का              –          आकाश के नीचे रहते हैं।

मिलकर रहने से ही    –            रंग-रंग के होते हैं।

हम सब एक             –             संरक्षक एक है।

हमारी क्यारियाँ         –            उपवन की शोभा बढ़ती है

उत्तर :

फूलों के रूप – रंग रंग के होते हैं।

हम सब का – संरक्षक एक हैं।

मिलकर रहने से ही – उपवन की शोभा बढ़ती हैं।

हम सब एक – आकाश की नीचे रहते हैं।

हमारी क्यारियां – अलग अलग हैं। 

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